Monday, 28 April 2025

Ch 2 Sanskrit class 7

Deepak Sir
 हमारा राष्ट्र भारतवर्ष है। प्राचीन काल में अंग्रेजों ने यहाँ शासन किया। हमारे देश में स्वतंत्रता के लिए अनेक आंदोलन हुए। स्वतंत्रता के लिए देशभक्तों ने धन दिया। युवाओं ने अपने प्राण त्याग दिए। देशभक्तों में लक्ष्मीबाई एक प्रमुख सेनानायिका थीं। उनके पिता और माता बिठूर राज्य में रहते थे। लक्ष्मीबाई शस्त्रज्ञान और अश्वारोहण में निपुण थीं। उनका विवाह गंगाधर के साथ हुआ। अंग्रेज सेनानायक ह्यूरोज ने उनसे आत्मसमर्पण करने को कहा। वीरांगना लक्ष्मीबाई ने कहा, "भारतीय नारी अपने प्राण त्याग देती है, लेकिन शत्रु के सामने समर्पण नहीं करती। झाँसी राज्य मेरा है। मैं झाँसी राज्य नहीं दूँगी।"

सरोजिनी नायडू स्वतंत्रता संग्राम की वीरनायिका थीं।
वह कवयित्री भी थीं।
उनका जन्म हैदराबाद नगर में हुआ था।
वह महात्मा गांधी की परम शिष्या थीं।
उन्होंने गाँव-गाँव जाकर स्वतंत्रता के लिए कार्य किया।

कस्तूरबा और कमला नेहरू ने भी स्वतंत्रता के लिए सत्याग्रह किया।
वे कारागार भी गईं।
उन्होंने असहयोग आंदोलन में मदिरा और विदेशी वस्त्रों का विरोध किया।
उन्होंने अपने पति के कार्य में सहायता की।

रानी चेन्नमा,  रानी वेलु नचियार और भीमाबाई होलकर राजपरिवार की महिलाएँ थीं।
उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के प्रारंभिक काल में कार्य किया।
उन्होंने सशस्त्र युद्ध किया।
उन्होंने अंग्रेजों को कई बार पराजित किया।

No comments:

Post a Comment

गिरिधर की कुंडलियाँ

गिरिधर की कुंडलिया वीडियो लेक्चर - 1 गिरिधर की कुंडलिया वीडियो लेक्चर - 2 गिरिधर की कुंडलियाँ - गिरिधर  कवि राय  निम्नलिखित पंक्...